जेंडर फोरम की तर्ज पर बाल बजट बनाए जाने की सिफारिश
ओड़ीशा में नक्सली हमले पर वीर अर्जुन की पहली सुर्खी है-फिर नक्सलियों का तांडव। बकौल राष्ट्रीय सहारा इधर वार्ता का न्यौता, उधर उड़ीसा लाल। राजस्थान पत्रिका ने लिखा है - गृहमंत्री के लालगढ़ दौरे से पहले फिर जमीन लाल।
गृहमंत्री के हवाले से देशबंधु और दैनिक जागरण में है - कायर हैं नक्सली। नक्सलियों के खिलाफ सैन्य कार्रवाई नहीं - पंजाब केसरी और दैनिक ट्रिब्यून की बैनर हैडलाइन है। हरि भूमि ने खबर दी है - शहरों में नक्सली हमलों की साजिश, सरकार ने खुफिया तंत्र को सतर्क किया। जनसत्ता के मुखपृष्ठ पर है-महिला आरक्षण विधेयक पर सर्वदलीय बैठक आज। राजस्थान पत्रिका और नई दुनिया में है महिला आरक्षण विधेयक का भविष्य भले ही अभी अधर में हो, लेकिन संसदीय बाल फोरम ने स्कूलों में बालिकाओं के लिए सीटें आरक्षित करने और जेंडर फोरम की तर्ज पर बाल बजट बनाए जाने की पुरजोर सिफारिश की है।
अमर उजाला की पहली सुर्खी है - गरीबों को अनाज के अधिकार पर कई रोड़े। गरीबी रेखा से नीचे के परिवारों की संखया को लेकर विवाद की वजह से खाद्य सुरक्षा विधेयक की राह में कई मुश्किलें हैं, क्योंकि इन परिवारों की पहचान के लिए केन्द्र और राज्यों के अपने अपने मानदंड हैं।
पहले पन्ने के साइड बॉक्स में है प्रस्तावित खाद्य सुरक्षा कानून के तहत गरीब परिवारों को तीन रुपये किलो मिलने वाला गेहूं - चावल २५ से बढ़ाकर ३५ किलोग्राम किए के बारे में आज विचार विमर्श। बिजनेस भास्कर की पहली सुर्खी है- गरीबों को ज्यादा अनाज।
देशबंधु की खास खबर में है-विदर्भ में रोज एक किसान कर रहा है आत्महत्या। जैसे जैसे गर्मी बढ़ती जा रही है, कर्ज न चुका पाने की वजह से आत्महत्याओं के मामले बढ़ रहे हैं।
हिन्दुस्तान की बैनर हैडलाइन है-गरीबी और बेरोजगारी से कहीं ज्यादा लोगों को मारती है इश्क-मोहब्बत। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़े के अनुसार २००८ में तीन हजार सात सौ ७४ लोगों ने इस कारण जान गंवाई।
इकनामिक टाइम्स के मुखपृष्ठ पर है-वैश्विक मंच पर अधिग्रहण का झंडा। नए नजरिये से नजारे बदल रही हैं भारतीय कंपनियां। पिछले पांच वर्षों से विदेशों में अधिग्रहण अभियान।
नवभारत टाइम्स के मृखपृष्ठ पर है-यंग इंडिया ने दिया सबसे छोटा यू०ए०वी० । एक यंग इंडियन की फर्म ने दुनिया का सबसे छोटा और हल्का मानवरहित विमान बनाया, जिसका इस्तेमाल आतंकवाद के खिलाफ अभियान के साथ-साथ आपदा प्रबंधन में भी बखूबी होगा।
राजस्थान पत्रिका में है - हादसे कई बार जिंदगी की सोच और दिशा बदल देते हैं। निकुन बने - देश के नम्बर वन विकलांग रक्तदाता और ११४ लोगों के लिए सगुन। पिछले २९ साल में ११४ बार रक्तदान किया।
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