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राजीव के बचाव में सोनिया की फौज

अर्जुन सिंह के सिर इस दोष का ठीकरा फोड़ने की तैयारी
साभार । दैनिक जागरण
 यूनियन कार्बाइड के पूर्व प्रमुख वारेन एंडरसन को भगाने में राजीव गांधी का नाम आता देख दस जनपथ के सिपहसालार खुलकर बचाव में उतर आए हैं। कांग्रेस ने एंडरसन के फरार होने में तत्कालीन राजीव गांधी सरकार की रत्ती भर भूमिका होने से भी इनकार कर दिया है।
 संकेत साफ हैं कि पार्टी अर्जुन सिंह के सिर इस दोष का ठीकरा फोड़ने की तैयारी में है। हालांकि, राजीव गांधी का नाम इस विवाद से निकालने की जीतोड़ कोशिश कर रही कांग्रेस की मुहिम को अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए का कथित पेपर आने से करारा झटका लगा है।

सीआईए ने इशारा किया है कि तत्कालीन केंद्र सरकार ने एंडरसन को भारत से निकालने में मदद की थी। इस मसले पर शुक्रवार शाम कांग्रेस कोर कमेटी की एक बैठक भी हुई, लेकिन इसमें क्या चर्चा हुई इसका पता नहीं चल सका। गुरुवार को दस जनपथ की आवाज माने जाने वाले जनार्दन द्विवेदी के मैदान में उतरने का असर शुक्रवार को साफ दिखाई पड़ा। 

एंडरसन के भागने में मध्य प्रदेश सरकार को पाक-साफ और अमेरिकी दबाव बता रहे पार्टी महासचिव दिग्विजय सिंह ने शुक्रवार को यू टर्न लिया। सिंह ने अमेरिका से ही अपनी सफाई दी कि उन्होंने राजीव गांधी पर कोई आरोप नहीं लगाया। पार्टी प्रवक्ता जयंती नटराजन ने भी साफ कहा कि मैं इस मामले में केंद्र की तत्कालीन सरकार के शामिल होने की बात को सिरे से खारिज करती हूं। 

उन्होंने तत्कालीन मध्य प्रदेश सरकार को बचाने की कोशिश नहीं की। हालांकि, मामला हाल-फिलहाल थमना मुश्किल लग रहा है। राजीव गांधी के पीएमओ में प्रमुख सचिव रहे पीसी एलेक्जेंडर का बयान भी पार्टी के लिए फजीहत बना। एलेक्जेंडर ने कहा, मुझे लगता है कि राजीव गांधी और अर्जुन सिंह के बीच इस मामले में विमर्श हुआ होगा। 

पीएमओ से सीएम के पास फोन गया था। एलेक्जेंडर की काट के लिए पार्टी ने आर.के. धवन को उतारा। धवन ने कहा कि पीएमओ से सारे अहम फोन मेरी जानकारी में होते थे। ऐसा कोई फोन नहीं गया। वह राष्ट्रपति चुनाव में कांग्रेस के समर्थन न करने की भड़ास निकाल रहे हैं। धवन ने अर्जुन सिंह के सिर ही दबाव की मटकी भी फोड़ दी।

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