तेल और गैस दामों में रोलबैक नहीं
रविवार २७, 2010
महंगाई के खिलाफ देशव्यापी प्रदर्शन आज अधिकतर अखबारों की पहली ख़बर है। दैनिक हिंदुस्तान की सुर्खी है-ट्रांसपोर्टरों ने खोला मोर्चा, बीस फीसदी तक महंगी करेंगे ढुलाई। अखबार लिखता है-मालभाड़ा बिगाड़ेगा घरेलू बजट। राजस्थान पत्रिका का कहना है-दाम पर कोहराम।इस्लामाबाद में चल रहे सार्क देशों के गृहमंत्रियों के सम्मेलन में पी. चिदंबरम द्वारा दिये गये बयान को अख़बारों ने अलग-अलग शीर्षक से प्रकाशित है। जनसत्ता का कहना है-मुंबई हमलावरों पर कार्यवाही होते दिखेगी। देशबंधु लिखता है-फिर वही दिलासे, वायदे और कसमें।
दैनिक जागरण के ही राष्ट्रीय संस्करण के अनुसार-मनरेगा मजदूरों पर सरकार मेहरबान, मनरेगा में साल भर में सौ दिन काम करने वाले नौजवान मजदूरों को सरकार मुफ्त प्रशिक्षण देकर स्थायी नौकरी के लायक बनायेगी।
ऑनर किलिंग से संबंधित खबरें भी अखबारों में हैं।
नदी जल के मुद्दे फिर गरमाने का शीर्ष देते हुए दैनिक जागरण का राष्ट्रीय संस्करण कहता है-पंजाब के पास एक बूंद भी पानी फालतू नहीं। उत्तराखंड के बारे में अखबार का कहना है-जलसंग्रहण योजना को खुद पानी की दरकार।
नवभारत टाइम्स की खबर के अनुसार-इंडियन की बदौलत फुटबाल में चमका अमेरिका। अखबार लिखता है कि विश्व कप में अमरीका अंतिम सोलह में जगह बना चुकी है और इस टीम की कामयाबी के पीछे मूलतः इलाहाबाद के रहने वाले भारत-अमरीकी नागरिक सुनील गुलाटी का हाथ है, जो अमरीकी फुटबॉल फेडरेशन के प्रमुख हैं।
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