उत्तर भारत पर यूरेनियम की मार
14-JUNE-2010
भोपाल गैस त्रासदी पर वित्तमंत्री प्रणब मुखर्जी का बयान अखबारों की प्रमुख खबर है। हिन्दुस्तान की सुर्खी है एंडरसन को छोड़ना थी मजबूरी । राजस्थान पत्रिका का शीर्षक है- बिगड़ जाते हालात। बिजनेस भास्कर की टिप्पणी है बयानबाजियों से ऊपर उठें,
और एंडरसन का गला पकड़े। राष्ट्रीय सहारा का कहना है कि लापरवाही, मुनाफे का लालच, असरदार लोगों की चरण वंदना और आम आदमी की अनदेखी, इतने पर भी मन नहीं भरा तो अब हर दिन भोपाल त्रासदी को दोहराने का खेल शुरू हो गया। पटना में भाजपा की रैली पर पंजाब केसरी की सुर्खी है मोदी का नितीश पर पलटवार। दैनिक जागरण का शीर्षक है- आडवाणी, शरद ने बचायी गठबंधन की गांठ।
दैनिक जागरण की सुर्खी है झारखंड में मुठभेड़, दर्जन भर माओवादी ढेर, अब १८ तक रात में नहीं चलेंगी ट्रेनें।
आरक्षण की मांग को लेकर जाटों के दिल्ली के जलसंयंत्र पर धरना अखबारों की सुर्खियों में है। नई दुनिया की खबर है दिल्ली का पानी रोका बढ़ेगा जलसंकट।
दैनिक ट्रिब्यून की विशेष खबर है उत्तर भारत पर यूरेनियम की मार। जर्मन प्रयोगशाला का खुलासा पंजाब, हरियाणा, हिमाचल, राजस्थान में जीव-जन्तुओं को खतरा।
बिजनेस भास्कर ने श्रमिक समस्या से निर्यात से लेकर औद्योगिक उत्पादन और खेतीबाड़ी तक प्रभावित होने पर टिप्पणी की है- श्रमिक तुम कब आओगे। दिहाड़ी पच्चीस से तीस फीसदी बढ़ाने पर भी है मजदूरों की भारी किल्लत।
हरियाणा में रोहतक जिले की ६६ वर्षीय भतेरी देवी के एक साथ तीन बच्चों को जन्म देने पर हरिभूमि की सुर्खी है- दादी की उम्र में बनीं मां।
0 comments:
Post a Comment