अमेरिका और यूरोप में फैली संक्रामक रोग स्वाइन फ्लू ने भारत के होजरी, कपड़ा व इंजीनियरिंग कारोबार को अपनी चपेट में ले लिया है। विभिन्न देशों को निर्यात होने वाला माल डंप पड़ा है क्योंकि विदेशी खरीदारों ने साफ कह दिया है कि जब तक स्वाइन फ्लू का खतरा नहीं टल जाता, तब तक माल न भेजा जाए।
इंजीनियरिंग एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (ईईपीसी) के चेयरमैन एससी रल्हन कहते हैं कि काउंसिल को 15 से 17 जुलाई तक आटो पाटर्््स पर आटो मैकेनिका नाम से प्रदर्शनी लगानी थी। इसमें दुनिया भर की आटो पार्ट्स व आटोमोबाइल कंपनियां हिस्सा लेती हैं। प्रदर्शनी में उत्पाद प्रदर्शित करने वाली घरेलू कंपनियों को काफी अच्छे आर्डर मिलते हैं लेकिन स्वाइन फ्लू की वजह से इसे स्थगित किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि आगामी अक्टूबर में ब्राजील में इंजीनियरिंग पर इंडो-ब्राजील नाम से एक प्रदर्शनी लगाई जानी है। इसमें हैंड टूल्स, मशीन टूल्स, साइकिल और आटो पार्ट्स निर्माता कंपनियां हिस्सा लेती हैं, अगर जुलाई तक फ्लू का भय खत्म नहीं हुआ तो इसे भी स्थगित करना पड़ सकता है। इसके अलावा अमेरिका से हैंड टूल्स व आटो पार्ट्स के संभावित आर्डर भी स्थगित हो गए हैं।
सबसे अधिक झटका होजरी व कपड़ा बनाने वाली कंपनियों को हो रहा है। निटवियर क्लब के वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजिंदर भूषण मैणी का कहना है कि उनके अधिकांश सदस्य ऐसे हैं जो अमेरिका को होजरी व कपड़ा निर्यात करते हैं। वहां के खरीदारों ने कहना शुरू कर दिया है फिलहाल माल को एक माह के लिए रोक दिया जाए। ऐसे में घरेलू उद्यमियों को तैयार माल की संभाल करने में दिक्कत आ रही है।
उन्हें डर है कि बरसात से पहले माल सप्लाई नहीं हुआ तो नमी से यह खराब न हो जाए। इसके अलावा भारत सरकार से तकनीक व प्रौद्योगिकी समझने के लिए विदेश जाने वाले निर्यातकों को आर्थिक मदद भी नहीं मिलेगी, क्योंकि ये लोग चिंताजनक बने हालात में विदेश जाने को तवज्जो नहीं देंगे।
Read Full Story......
इंजीनियरिंग एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (ईईपीसी) के चेयरमैन एससी रल्हन कहते हैं कि काउंसिल को 15 से 17 जुलाई तक आटो पाटर्््स पर आटो मैकेनिका नाम से प्रदर्शनी लगानी थी। इसमें दुनिया भर की आटो पार्ट्स व आटोमोबाइल कंपनियां हिस्सा लेती हैं। प्रदर्शनी में उत्पाद प्रदर्शित करने वाली घरेलू कंपनियों को काफी अच्छे आर्डर मिलते हैं लेकिन स्वाइन फ्लू की वजह से इसे स्थगित किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि आगामी अक्टूबर में ब्राजील में इंजीनियरिंग पर इंडो-ब्राजील नाम से एक प्रदर्शनी लगाई जानी है। इसमें हैंड टूल्स, मशीन टूल्स, साइकिल और आटो पार्ट्स निर्माता कंपनियां हिस्सा लेती हैं, अगर जुलाई तक फ्लू का भय खत्म नहीं हुआ तो इसे भी स्थगित करना पड़ सकता है। इसके अलावा अमेरिका से हैंड टूल्स व आटो पार्ट्स के संभावित आर्डर भी स्थगित हो गए हैं।
सबसे अधिक झटका होजरी व कपड़ा बनाने वाली कंपनियों को हो रहा है। निटवियर क्लब के वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजिंदर भूषण मैणी का कहना है कि उनके अधिकांश सदस्य ऐसे हैं जो अमेरिका को होजरी व कपड़ा निर्यात करते हैं। वहां के खरीदारों ने कहना शुरू कर दिया है फिलहाल माल को एक माह के लिए रोक दिया जाए। ऐसे में घरेलू उद्यमियों को तैयार माल की संभाल करने में दिक्कत आ रही है।
उन्हें डर है कि बरसात से पहले माल सप्लाई नहीं हुआ तो नमी से यह खराब न हो जाए। इसके अलावा भारत सरकार से तकनीक व प्रौद्योगिकी समझने के लिए विदेश जाने वाले निर्यातकों को आर्थिक मदद भी नहीं मिलेगी, क्योंकि ये लोग चिंताजनक बने हालात में विदेश जाने को तवज्जो नहीं देंगे।