मुंबई के एक अखबार में छपी रिपोर्ट से भड़के महानायक अमिताभ बच्चन ने सभी अखबारों को बंद कर देने की नसीहत दे डाली है। अखबार ने अपनी एक रिपोर्ट में बच्चन परिवार को पर्यावरण संरक्षण के नाम पर सिर्फ बातें करने वाली फैमिली बताया है।
मुंबई के एक अखबार ने बच्चन की स्पोर्ट्स यूटिलिटी वैन [एसयूवी] पर टिप्पणी की है। इसमें कहा गया कि एक तरफ तो बच्चन परिवार दुनिया भर के समारोहों में पर्यावरण संरक्षण की बातें करता है। लेकिन अपने आने-जाने के लिए एसयूवी का प्रयोग करता है। एसयूवी वातावरण में भारी मात्रा में कार्बन डाइ आक्साइड गैस का उत्सर्जन करती है। यही कारण है कि अमेरिकी सरकार वैन पर प्रतिबंध लगाने की योजना बना रही है।
इन आरोपों से बुरी तरह भड़के बच्चन ने अपने ब्लाग में लिखा, 'बेहतर होगा मीडिया वाले रतन टाटा व आनंद महिंद्रा को एसयूवी और जगुआर से होने वाले नुकसान के बारे में बताएं। आपको प्रधानमंत्री के काफिले में शामिल एसयूवी पर भी रोक लगाने को कहना चाहिए।' यदि देश के गावों में बिजली पहुंचानी है तो सबसे पहले अखबार वालों को अखबार छापने के लिए कार्बन का इस्तेमाल बंद कर देना चाहिए। सोचिए, अगर पूरा प्रेस इस खतरनाक रसायन का इस्तेमाल बंद कर दे तो इससे कितने गांवों में रोशनी पहुंचाई जा सकेगी।
बच्चन यहीं नहीं रुके। मीडिया वालों पर गुस्सा उतारते हुए लिखते हैं कि पर्यावरण बचाने के लिए आप लोग मोबाइल फोन का इस्तेमाल बंद क्यों नहीं कर देते। जब भी बात करनी हो हमसे घर आकर मिलें। क्या आपको पता है, मोबाइल से निकलने वाली रेडियो एक्टिव तरंगों से पर्यावरण को कितना नुकसान पहुंचता है।
इन आरोपों से बुरी तरह भड़के बच्चन ने अपने ब्लाग में लिखा, 'बेहतर होगा मीडिया वाले रतन टाटा व आनंद महिंद्रा को एसयूवी और जगुआर से होने वाले नुकसान के बारे में बताएं। आपको प्रधानमंत्री के काफिले में शामिल एसयूवी पर भी रोक लगाने को कहना चाहिए।' यदि देश के गावों में बिजली पहुंचानी है तो सबसे पहले अखबार वालों को अखबार छापने के लिए कार्बन का इस्तेमाल बंद कर देना चाहिए। सोचिए, अगर पूरा प्रेस इस खतरनाक रसायन का इस्तेमाल बंद कर दे तो इससे कितने गांवों में रोशनी पहुंचाई जा सकेगी।
बच्चन यहीं नहीं रुके। मीडिया वालों पर गुस्सा उतारते हुए लिखते हैं कि पर्यावरण बचाने के लिए आप लोग मोबाइल फोन का इस्तेमाल बंद क्यों नहीं कर देते। जब भी बात करनी हो हमसे घर आकर मिलें। क्या आपको पता है, मोबाइल से निकलने वाली रेडियो एक्टिव तरंगों से पर्यावरण को कितना नुकसान पहुंचता है।
0 comments:
Post a Comment